फैशन की दुनियां का ब्रांड बना 'छोरा कोशी किनारेवाला'

सुपौल  के गोविन्द बने 'टॉप अपकमिंग फैशन डिजायनर-2011'
पंकज भारतीय/०४ मार्च २०११
धैर्यपूर्वक सब सहो,
होगी सफलता क्यों नही,
कर्तव्य पथ पर दृढ़ रहो.'
मैथिलीशरण  गुप्त की इन पंक्तियों को जीवन का मूलमंत्र बनाया सुपौल सदर प्रखंड के सुखपुर के गोविन्द कुमार सिंह ने.इसी मन्त्र के बल पर इस उत्साही युवक ने फैशन की दुनियां में धमाल मचाकर एक साथ कई मिथकों को तोड़ा है.गोविन्द के बुलंदियों पर पहुँचने की कहानी भी कम संघर्षपूर्ण नही है.२५ वर्षीय गोविन्द जब १०वीं कक्षा का छात्र था तो सिर से पिता का साया उठ गया.चार माह बाद ही माँ की ममता भी छिन गयी.
          कोशी के गोविन्द कुमार सिंह  ने ७०० से अधिक युवा डिजायनरों को पीछे छोड़ते हुए १४ फरवरी को वर्ष २०११ का सर्वोच्च डिजायनिंग पुरस्कार "टॉप अपकमिंग फैशन डिजायनर अवार्ड" अपने नाम किया.कॉटन काउंसिल इंटरनेशनल, न्यूयार्क द्वारा ज़ूम टीवी पर आयोजित रियलिटी शो 'लेट अस डिजायन-सीजन 3' में गोविद विजेता घोषित हुए.ग्रांड फिनाले में उपस्थित फैशन जगत की नामचीन हस्ती रॉकीएस, गायत्री खन्ना एवं दीपिका ने गोविद के डिजायन किये कपड़ों की भूरि-भूरि प्रशंसा की.मशहूर मॉडल निकोल फाडिया ने गोविन्द के डिजायन किये हुए कपड़े को पहन प्रदर्शन किया.
 गोविन्द बोले तो ब्रांड: वर्ष २००८ में इंडो-स्विस फैशन शो में भारत का प्रतिनिधित्व,वर्ष २००९ में क्रिसायलास नेशनल अवार्ड और बेस्ट प्रेट डिजायनर अवार्ड एवं वर्ष २०१० में मोस्ट क्रिएटिव एंड इनोवेटिव डिजायन कलेक्शन अवार्ड से सम्मानित गोविन्द फैशन की दुनिया में अब परिचय के मुहताज नही हैं.बल्कि उम्मीद से परे गोविन्द अब ब्रांड बन्ने को तैयार हैं.देश की सबसे बड़ी डिजायनर स्टोर 'किमाया' अब गोविन्द के नाम का लेबल  लगाकर उसके डिजायन किये कपडों को भारत एवं दुबई में शीघ्र ही लॉन्च करने जा रही है.
टर्निंग पॉइंट साबित हुआ 'निफ्ट' में दाखिला: ग्रामीण परिवेश में पले बढे गोविन्द ने २००२ में विपरीत पारिवारिक परिस्थिति के बावजूद उच्च विद्यालय सुखपुर से मैट्रिक और २००४ में मधेपुरा से इंटर की पढाई पूरी की.मामा सुजीत कुमार ने हौसला अफजाई के साथ आर्थिक और नैतिक मदद भी की.२००६ में 'निफ्ट' की प्रवेश परीक्षा में सफलता हासिल की.उसका नामांकन नेशनल स्कूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, बंगलुरु में हुआ.यह गोविन्द के लिए 'टर्निंग पॉइंट' साबित हुआ.
       गोविन्द ने फैशन डिजायनिंग में स्नातक की उपाधि भले ही वर्ष २०१० में पूरी की,लेकिन सफलता का परचम लहराना उन्होंने पढाई के बीच से ही आरम्भ कर दिया था.फैशन की दुनिया में दर्जनों अवार्ड जीतने वाले गोविन्द फिलवक्त आदित्य बिरला ग्रुप के मदुरा फैशन एंड लाइफस्टाइल बंगलुरु में बतौर असिस्टेंट डिजायनर कार्यरत हैं.
छोटा दिल,बड़े सपने:पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानने वाले गोविन्द कुमार सिंह बड़े सपने संजोये हुए  हैं.बंगलुरु,मुंबई और दिल्ली की चकाचौंध भरी मायावी दुनियां में रहकर भी अपने दिल में जन्मभूमि के प्रति बड़े सपने पाल रखे हैं.दूरभाष पर गोविन्द ने कहा कि उनकी तमन्ना है कि सुपौल में एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाऊं.इससे न केवल इस इलाके की बदहाली दूर होगी,बल्कि युवा हाथ को काम भी मिलेगा.इसके लिए रियलिटी शो के जरिये वे धन जमा करने की सोच रहे हैं.