पिलाटे से रहें चुस्त-दुरुस्त



फिटनेस के शौकीनों में पिलाटे नाम की नई विधा तेजी से लोकप्रिय हो रही है। यह न सिर्फ शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखती है, बल्कि सही हाव-भाव और संतुलन बनाने में भी मददगार है।
क्या आप जानते हैं कि दीपिका पादुकोण की टोंड बॉडी का राज क्या है? दरअसल वह खुद को पिलाटे की मदद से चुस्त-दुरुस्त रखती हैं। बकौल दीपिका, 'मेरे शरीर के लिए टोनिंग खासी जरूरी है। ऐसे में पिलाटे शरीर के प्रमुख अंगों पर कारगर प्रभाव छोड़ती है।' सिर्फ दीपिका ही क्यों इसे अपनाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। आइए जानते हैं इसके और इससे जुड़े फायदों के बारे में।

सारा खेल दिमाग का: पिलाटे को दुनिया भर में अपनाया जा रहा है। इसकी शुरुआत करने वाले जर्मनी के जोसेफ पिलाटे ने इसे 'कंट्रोलॉजी' का नाम दिया था। वह इसलिए, क्योंकि उनका मानना था कि दिमाग ही मांसपेशियों को नियंत्रित करता है। पिलाटे का मुख्य काम शरीर में लचीलापन लाते हुए ताकत को बढ़ाना है। यह शरीर के विभिन्न अंगों के बीच बेहतर समन्वय और मस्तिष्क को शांत बनाए रखने पर काम करती है। यह व्यायाम के दौरान लगने वाली चोटों से भी उबरने में मदद करती है।
मैट एक्सरसाइज: पिलाटे में व्यायाम के विभिन्न चरण या प्रक्रिया चटाई पर पूरी करनी होती है। इस प्रोग्राम से एकाग्रचित्त होने, श्वसन प्रक्रिया पर नियंत्रण और अंगों में लोच लाने पर जोर दिया जाता है। दरअसल, सही श्वसन प्रक्रिया से खून में ताजी ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। इसके साथ ही रक्त संचार भी दुरुस्त रहता है। यह ध्यान रखने वाली बात है कि पूरी प्रक्रिया अनुभवी प्रशिक्षक की देख-रेख में अंजाम दी जाए। ऐसे में आप बेसिक से शुरुआत करके अपनी क्षमता के हिसाब से आगे बढ़ सकते हैं।

भीतर से भी टोन-आप: आजकल ऑफिस में बिताए जाने वाले समय की मात्रा बढ़ती जा रही है। दिन भर एक ही सीट पर बैठकर काम करने से पीठ और गले में दर्द की समस्या बढ़ रही है। इसके साथ ही कमर के निचले हिस्से में दर्द की समस्या भी आम हो रही है। इन सबसे बचाने में पिलाटे जबर्दस्त ढंग से कारगर सिद्ध हो रही है। इसके कई अंदाज शरीर के विभिन्न हिस्सों में होने वाले दर्द से निजात दिलाते हैं।

वसा से दिलाए छुटकारा: अक्सर महिलाएं डिलीवरी के बाद थोड़ी मोटी हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में शरीर को टोन करने में भी पिलाटे से काफी मदद मिलती है। इससे कूल्हों और जांघों को मजबूती मिलती है। पिलाटे शरीर की मांसपेशियों को भीतर से टोन-अप करती है।


यही नहीं, जिन्हें लोअर सर्वाइकल या पीठ से जुड़ी कोई समस्या है, उनके लिए भी यह फायदेमंद है।