ब्रिज के नीचे सेक्स का ओपन बाजार, सामने आईं और तस्वीरें...

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ब्रिज के नीचे सेक्स का ओपन बाजार, सामने आई और तस्वीरें...


सूरत। शहर में तापी नदी के ब्रिज के नीचे चल रहे ओपन सेक्स बाजार की खबर और फोटो दिव्य भास्कर द्वारा प्रकाशित किए जाने के बाद शहरवासियों में प्रशासन के खिलाफ जबर्दस्त गुस्सा है।लोगों का कहना है कि इस बारे में प्रशासन को पहले से ही सूचना थी, लेकिन कार्रवाई करने की कभी कोशिश ही नहीं की गई। ब्रिज के नीचे कंडोम के कचरे का विशाल ढेर लगता रहा, लेकिन नगर पालिका के कर्मचारियों ने कभी यहां झांकने की भी जहमत नहीं उठाई, वरना यह बात बहुत पहले ही सामने आ जाती।
रोमियों की सरेआम इस हरकत से बेहोश हुई छात्रा

कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जोड़े यहां खुलेआम सेक्स करते या नग्न अवस्था में कभी भी आसानी से देखे जा सकते थे। बात साफ है कि उन्हें भी पुलिस का डर नहीं था। शाम को अंधेरा होते ही यहां जोड़ों का आने का सिलसिला शुरू हो जाता है, जो देर तक चलता है। सेक्स रैकेट का यह खुल्लम-खुल्

जो पीते हैं अनार का जूस, वो बिस्तर में साबित होते हैं असली हीरो

यदि कोई पुरूष या महिला रोज एक गिलास अनार का जूस पीता है, तो उसे सेक्स पावर बढ़ाने के लिए किसी भी तरह के वियाग्रा की जरूरत नहीं है। यह बात एक अध्ययन में समाने आई है। इसमें कहा गया है कि अनार का जूस वियाग्रा की तरह सेक्स पावर बढ़ाने में सहायक होता है।
रिसर्च के मुताबिक, अनार का जूस सेक्स की इच्छा को जगाने वाले हॉर्मोन टेस्टास्टेरॉन की मात्रा को बढ़ाता है। प्रतिदिन जूस पीने से यह मात्रा 16 से 30 फीसदी तक बढ़ जाती है। इतना ही नहीं सेक्स की इच्छा जागृत होने के साथ-साथ उस शख्स की मेमोरी और मूड भी ठीक रहता है।
शोधकर्ताओं ने यह प्रयोग करीब 58 लोगों पर किया। इनकी उम्र 21 से 64 साल के बीच थी। इस लिहाज से अनार का जूस पुरुष और महिलाओं दोनों के लिए कारगर है। दोनों बराबर असरदार है। जबकि वियाग्रा जैसी मेडिसिन सिर्फ पुरूषों के लिए कारगर है।

बताते चलें कि कुछ साल पहले भी अनार के जूस को लेकर एक रिसर्च किया था। इसमें भी पाया गया था कि यह फल दिल को स्वस्थ रखने और ब्लड सर्कुलेशन के लिए भी कारगर रहता है। इसका जूस पीने से नेगेटिव इमोशन में कमी और पॉजिटिव इमोशन में बढ़त होती है।
 

इन कारणों से बहुत जरूरी है सिर पर चोटी रखना


इन कारणों से बहुत जरूरी है सिर पर चोटी रखनाप्राचीन काल से ही स्त्रियों के लिए लंबे बाल रखने की परंपरा चली आ रही है। आज भी बड़ी संख्या में महिलाएं इस प्रथा का निर्वाह करती हैं। आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि केवल महिलाओं को ही लंबे बाल रखने चाहिए लेकिन पुराने समय में पुरुष भी लंबे बाल रखते थें। लंबे बाल रखने के पीछे कई धार्मिक और वैज्ञानिक कारण छिपे हुए हैं।

सिर पर बनी चोटी को शिखा भी कहते हैं। शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि जिस प्रकार अग्नि के बिना हवन पूर्ण नहीं होता है ठीक उसी प्रकार चोटी या शिखा के बिना कोई भी धार्मिक कार्य पूर्ण नहीं हो सकता है। प्रारंभ से ही शिखा को ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक माना जाता है। यह एक अनिवार्य परंपरा है, इससे व्यक्ति की बुद्धि नियंत्रित होती है।
 

सुहागरात की 5 दिलचस्प बातें




1. उस रात बेडरूम में जाने के इंतजार में वक्त काटे नहीं कटता...

2. महिलाएं लाइव सेक्स शो देखने का कोई न कोई जुगाड़ कर ही लेती हैं ...

.. और दूसरे दिन दूल्हे-दुल्हन को एक-एक सीन बता कर शर्मसार कर देती हैं।
 3. दुल्हन के लाल कपड़े सेक्स को सांढ की तरह भड़काते हैं...

4. दूल्हा तो तुरंत कपड़े उतार देता है और दुल्हन सिर से पांव तक चादर ओढ़ लेती है।

5. अक्सर दूल्हे कंडोम के बारे में भूल जाते हैं ...!!!

बीवी को उसके मायके से लेकर आने का फायदा



जज: यह कैसे साबित कर सकते हो कि जब तुम गाड़ी चला रहे थे, तब उसकी रफ्तार धीमी थी।

आरोपी: सर, जब मैं गाड़ी चला रहा था, उस समय मैं अपनी वाइफ को उसकी मां के घर यानी मायके से लेकर आ रहा था...

जज: ओके, केस डिसमिस...!!!
बीवी को उसके मायके से लेकर आने का फायदा

महिलाओं के लिए खुशखबरी, प्रेगनेंसी के दौरान ले सकती हैं शराब के एक-दो पैग

डेनमार्क में किये गये एक अध्ययन के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान शराब के एक-दो पैग के सेवन से शिशु के स्वास्थ्य पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है। यद्यपि आम धारणा यह है कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के अत्यधिक शराब के सेवन से शिशु के मंदबुद्धि, व्यवहारगत समस्याएं एवं चेहरा खराब होने की सम्भावना होती है।

चिकित्सकों द्वारा जारी दिशानिर्देश के अनुसार शराब की शौकीन महिलाएं एक हफ्ते में दो बार 175 मिलीलीटर तक वाइन का सेवन कर सकती हैं।
डेनमार्क के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया कि हफ्ते में इस मात्रा का तीन गुना शराब का सेवन करने पर भी गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है।

ब्रिटिश वैज्ञानिक पत्रिका 'आब्स्टेट्रिक्स एंड गाइनकोलॉजी' की रिपोर्ट के अनुसार शोधकर्ताओं के अध्ययन का उद्देश्य कुछ रिपोर्टों की जांच करना था जिसमें कहा गया था कि संयमित मद्यपान का भी गर्भस्थ शिशु पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

इस अध्ययन में 1628 महिलाओं को शामिल किया गया और उनकी गर्भावस्वस्था से पांच वर्ष तक निगरानी की गई।

शोधकर्ताओं ने अल्कोहल सेवन की तीन श्रेणियां बनाई जिसमें हल्का (हफ्ते में एक से चार बार सेवन), संयमित (हफ्ते में पांच से आठ बार) और अत्यधिक (नौ या ज्यादा) शामिल थीं। एक पेग 125 मिलीलीटर के बराबर था।

मांस खाने वाले होते हैं मर्द!

मांस खाने वाले होते हैं मर्द! ये प्रचलित धारणा है और इसे ही अमेरिका में एक अध्ययन के जरिए सत्यापित कर दिया गया है। लेकिन ये सच है कि यह धारणा मात्र ही है।

पिछले दिनों जर्नल ऑफ कंज्यूमर रिसर्च में प्रकाशित एक नए अध्ययन का कहना है कि शाकाहारी पुरूषों की मर्दानगी को सामान्यतया कमतर आंका जाता है।

इस अध्ययन के अनुसार मांसाहार को मर्दानगी से जोडकर देखे जाने के कारण अधिकतर पुरूष शाकाहार के प्रति अरूचि रखते हैं।

“लाइव साइंस” की रिपोर्ट के अनुसार पेनसिल्वेनिया,लुसियाना, नॉर्थ कैरोलिना और कॉरनेल विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों के दल ने ये अध्ययन अमेरिका और ब्रिटेन के लोगों पर किया है।

विशेषज्ञों का कहना है कि लोग मांसाहारी उत्पाद को शाकाहारी उत्पाद की तुलना में अधिक मर्दाना मानते हैं।

तुम पर विश्वास करती हूँ.......!!!///--सुषमा आहुति

मैं निष्पक्ष,निस्वार्थ हमेशा  तुम्हारे साथ रहती हूँ.....            
इसलिए नही कि ...मैं तुमसे प्यार करती हूँ........
बल्कि इसलिए....तुम पर विश्वास  करती हूँ....

मैं तुम्हारी हर बात पर,
तुम्हारे किये हर फैसले के साथ रहती हूँ.....
इसलिए नही कि...मैं तुमसे प्यार करती हूँ.....
बल्कि इसलिए....तुम  कभी गलत नही होते हो....
मैं तुम पर विश्वास करती हूँ......

मोड़ चाहे कोई भी हो.....हालात चाहे कोई भी हो.....
मुश्किले हो.... नाकामिया मिले चाहे जितनी .....
मैं तुम्हारे साथ रहती हूँ....इसलिए नही कि...
मैं तुमसे प्यार करती हूँ....
बल्कि इसलिए.....तुम्हे जीतना आता है....
मैं तुम पर विश्वास करती हूँ.....

मुझे विश्वास है कि....तुम समझोगे एक दिन,
फर्क प्यार और विश्वास में....
खुद से अधिक जब हम किसी पर विश्वास करते है....
तभी हम उससे प्यार करते है.........

--सुषमा आहुति, कानपुर.

सिर्फ तुम्हारी हूँ....!!!///सुषमा आहुति

ना जाने कितनी बाते करनी होती है तुमसे.....             
कहना था की मुझे कुछ मिले न मिले...
लेकिन जिन्दगी के हर मोड़ पर..
तुम मेरे साथ रहना..
सिर्फ तुम्हारे इक साथ के लिए
मैं अपनी हर ख़ुशी,हर ख्वाइश छोड़ दूंगी,
मेरे लिए कभी भी तुम्हारा,
ये प्यार कम ना हो.....
मैं सच में वैसी नही हूँ...
शायद तुम्हारी कल्पनाओं,
जैसी भी नही हूँ...
फिर भी जैसी भी हूँ...
सिर्फ तुम्हारी हूँ....

दिल से बहुत जुड़ते है रिश्ते...
मैंने अपनी भावनाओं,
अपने सपनो को....
अपनी ख़ुशी को जोड़ दिया है तुमसे.....
कुछ नही हूँ तुम्हारे बिना....
अपनी पहचान को भी तुमसे ही जोड़ा है....
अब जैसी भी हूँ... जो भी हूँ.. सिर्फ तुम्हारी हूँ....

 
--सुषमा आहुति, कानपुर   

रूप मेरा....तुम्हारा प्यार/// कृष्णा अंजनी

तुम दूर ह़ो ना ...तो देखो
सब कहते हैं बिरहन-सी क्यूँ घूमती ह़ो
ज़रा सज-धज कर रहा करो
अब तुम ही बताओ...
आँखों में तुम्हारे इंतज़ार का काजल
होठों पे तुम्हारे नाम की लाली
माथे पर तुम्हारे एहसास की बिंदिया
माँग में सिन्दूर तुम्हारी लम्बी उम्र का
कानों में तुम्हारी बातों की बाली
नाक में तुम्हारी महक की लौंग
तुम्हारे दुआओं का मंगल सूत्र कंठ में
हाथों में तुम्हारी छुअन की चूड़ियों
उंगली में हमारे रिश्ते की अंगूठी
पैरों में तुम्हारी आहट की पायल
बिछुए तम्हारे मेरे साथ के
आँचल तुम्हारे विश्वास का सिर पे
तन से लिपटा प्यार तुम्हारा
देखो...लग रही हूँ ना सुंदर !!

तुमसे बेहतर नहीं कोई श्रृंगार
रूप मेरा....तुम्हारा प्यार......| 
 
--कृष्णा अंजनी, मधेपुरा.