क्यों अरेंज मैरिज से ज्यादा टूटती हैं लव मैरिज, किस वजह से प्यार करने से वाले से ही हो जाती है नफरत


 लव मैरिज और अरेंज मैरिज दोनों में कौन सी बेस्ट है? यह एक ऐसा विषय है, जिस पर हमेशा ही बहस होती आई है। हालांकि, अरेंज मैरिज अभी भी हमारी संस्कृति का एक हिस्सा है। अधिकतर युवा आज भी अपने मां-बाप की पसंद से ही अपना जीवनसाथी चुनना पसंद करते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि जो लोग अपनी मर्जी से शादी करते हैं, उनके बीच इतनी जल्दी प्यार क्यों खत्म हो जाता है।

परिवार की असहमति

हमारे समाज में भी अभी भी लव मैरिज नाॅर्मल नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि अपने पसंद के साथी के साथ शादी करने पर उसे परिवार की एक्सेप्टेंस नहीं मिलती। एक साथ एक छत के नीचे रहने के बाद भी लोग एक-दूसरे को नहीं अपनाते हैं। यही एक वजह भी है कि इस रिश्ते में बड़ों के प्यार का अभाव हमेशा ही बना रहता है, जिसकी वजह से भी शादी को निभाना मुश्किल हो जाता है।


जल्दबाजी में शादी करना

लव मैरिज टूटने का मुख्य कारण यह भी है कि लोग अपने पार्टनर को जाने बिना ही उससे शादी करने जैसा फैसला कर लेते हैं। दरअसल, इस तरह की शादी में हमेशा ही परिवार की अपीयरेंस का आभाव बना रहता है, जिसकी वजह से सामने वाले की सभी स्थितियों को जाने बिना ही हम शादी कर लेते हैं। यही एक वजह भी है कि विवाह के बाद में जब जिंदगी असलियत से सामना होता है, तो यह रिश्ता गले की फांस लगने लगता है।

उगता सुपौल

कोशी में बसा है जो २५.९३ अक्क्स्हंस और ८६.२५ देसंतर बसा है  जिसका नाम सुपौल है , जिसमे ७२४ पीपल पर  किलोमीटर रहते है लगभग ५४० गाँव है  जिसमे मजेर हिघ्वाय्स nh ५७ . nh १०७ nh १०६ है ,सुपौल मिथलांचल का एक भाग है ,इसका नाम वेदों मई भी है वेदों मई इसका नाम स्वर्ण अक्षर मई लिखा हुआ है , सुपौल बिहार का एक जिला है जिसका क्षेत्रफल  २४२० वर्ग किलोमीटर है , इसकी चोद्दी उत्तर  में नेपाल दक्चिन में सहरसा पूर्व में अररया और पश्चिम में मधुबन्नी
मुश्कुराने का एक बहाना...प्रशांत सरकार ,सावधान!! आपके मोबाइल का बैलेंस शून्य पर पहुँच सकता है !

मोदी के सामने इमोशनल हुए चीफ जस्टिस, फिर PM ने दिया ये प्रपोजल

जजों और मुख्यमंत्रियों की समिट में स्पीच देते हुए चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर इमोशनल हो गए। उन्होंने जजों पर तनाव और काम के बोझ का जिक्र किया। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर रविवार को एक प्रोग्राम में इमोशनल हो गए। उन्होंने जजों पर काम के बोझ का जिक्र किया। देश की अदालतों में जजों की कम तादाद का हवाला देते हुए कहा कि लोग बड़ी मुश्किल से समझ पाते हैं कि हम कितने तनाव में काम करते हैं। उस वक्त नरेंद्र मोदी भी वहां मौजूद थे। राजधानी में जजों और मुख्यमंत्रियों की समिट में ठाकुर स्पीच दे रहे थे। जानकारी के मुताबिक, इसके बाद पीएम ने चीफ जस्टिस को क्लोज डोर मीटिंग का प्रपोजल दिया। मेक इन इंडिया, एफडीआई के अलावा ज्यूडिशियरी पर क्या बोले...


Madhepura in

मधेपुरा जिले के शंकरपुर थानाक्षेत्र के जीरवा मधेली गाँव के लोगों के रोंगटे आज सुबह उस समय खड़े हो गए जब सुबह-सुबह ग्रामीणों ने एक पेड़ से गाँव के ही एक व्यक्ति की लाश लटकी देखी.मिली जानकारी के अनुसार बम यादव (उम्र करीब 58 वर्ष) नाम के व्यक्ति की लाश खेत के पास एक पेड़ से लटकी मिली. मृतक के साथ जीरवा मधेली वार्ड नं. 10 के ही महादेव यादव (ग्रामीण मेंटल चिकित्सक) का पुराना जमीन विवाद चल रहा था. लाश को इस तरह लटके देखकर ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा और उनलोगों ने जाकर महादेव यादव और उसके पुत्र विजय यादव की जम कर पिटाई कर दी.बताया जाता है कि घटना का कारण स्पस्ट भूमि विवाद है. मृतक बम यादव का मूलघर सिंहेश्वर थानाक्षेत्र में मनहरा है जबकि उसका ससुराल जीरवा मधेली था. उसकेससुर की एक मात्र पुत्री से बम की शादी हुई थी और संपत्ति व जमीन पर अधिकार जताते हुए वहीँ रहने लगा था. आरोपी महादेव यादव, विजय यादव से मृतक बम यादव काचचेरा साला-बहनोई का रिश्ता है. संपत्ति विवाद में पहले भी आपस में मारपीट हो चुकी थी. आज बम यादव की लाश पेड़ से लटकी मिली.मृतक के पुत्र मिथिलेश यादव के बयान पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. घटनास्थल पहुंचे मधेपुरा के एएसपी राजेश कुमार ने आरोपी महादेव यादव, उसके पुत्र विजय यादव और अनमोल यादव को गिरफ्तार

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मधेपुरा जिले के शंकरपुर थानाक्षेत्र के जीरवा मधेली गाँव के लोगों के रोंगटे आज सुबह उस समय खड़े हो गए जब सुबह-सुबह ग्रामीणों ने एक पेड़ से गाँव के ही एक व्यक्ति की लाश लटकी देखी.मिली जानकारी के अनुसार बम यादव (उम्र करीब 58 वर्ष) नाम के व्यक्ति की लाश खेत के पास एक पेड़ से लटकी मिली. मृतक के साथ जीरवा मधेली वार्ड नं. 10 के ही महादेव यादव (ग्रामीण मेंटल चिकित्सक) का पुराना जमीन विवाद चल रहा था. लाश को इस तरह लटके देखकर ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा और उनलोगों ने जाकर महादेव यादव और उसके पुत्र विजय यादव की जम कर पिटाई कर दी.बताया जाता है कि घटना का कारण स्पस्ट भूमि विवाद है. मृतक बम यादव का मूलघर सिंहेश्वर थानाक्षेत्र में मनहरा है जबकि उसका ससुराल जीरवा मधेली था. उसकेससुर की एक मात्र पुत्री से बम की शादी हुई थी और संपत्ति व जमीन पर अधिकार जताते हुए वहीँ रहने लगा था. आरोपी महादेव यादव, विजय यादव से मृतक बम यादव काचचेरा साला-बहनोई का रिश्ता है. संपत्ति विवाद में पहले भी आपस में मारपीट हो चुकी थी. आज बम यादव की लाश पेड़ से लटकी मिली.मृतक के पुत्र मिथिलेश यादव के बयान पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. घटनास्थल पहुंचे मधेपुरा के एएसपी राजेश कुमार ने आरोपी महादेव यादव, उसके पुत्र विजय यादव और अनमोल यादव को गिरफ्तार

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मधेपुरा जिले के शंकरपुर थानाक्षेत्र के जीरवा मधेली गाँव के लोगों के रोंगटे आज सुबह उस समय खड़े हो गए जब सुबह-सुबह ग्रामीणों ने एक पेड़ से गाँव के ही एक व्यक्ति की लाश लटकी देखी.मिली जानकारी के अनुसार बम यादव (उम्र करीब 58 वर्ष) नाम के व्यक्ति की लाश खेत के पास एक पेड़ से लटकी मिली. मृतक के साथ जीरवा मधेली वार्ड नं. 10 के ही महादेव यादव (ग्रामीण मेंटल चिकित्सक) का पुराना जमीन विवाद चल रहा था. लाश को इस तरह लटके देखकर ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा और उनलोगों ने जाकर महादेव यादव और उसके पुत्र विजय यादव की जम कर पिटाई कर दी.बताया जाता है कि घटना का कारण स्पस्ट भूमि विवाद है. मृतक बम यादव का मूलघर सिंहेश्वर थानाक्षेत्र में मनहरा है जबकि उसका ससुराल जीरवा मधेली था. उसकेससुर की एक मात्र पुत्री से बम की शादी हुई थी और संपत्ति व जमीन पर अधिकार जताते हुए वहीँ रहने लगा था. आरोपी महादेव यादव, विजय यादव से मृतक बम यादव काचचेरा साला-बहनोई का रिश्ता है. संपत्ति विवाद में पहले भी आपस में मारपीट हो चुकी थी. आज बम यादव की लाश पेड़ से लटकी मिली.मृतक के पुत्र मिथिलेश यादव के बयान पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. घटनास्थल पहुंचे मधेपुरा के एएसपी राजेश कुमार ने आरोपी महादेव यादव, उसके पुत्र विजय यादव और अनमोल यादव को गिरफ्तार
मधेपुरा जिले के शंकरपुर थानाक्षेत्र के जीरवा मधेली गाँव के लोगों के रोंगटे आज सुबह उस समय खड़े हो गए जब सुबह-सुबह ग्रामीणों ने एक पेड़ से गाँव के ही एक व्यक्ति की लाश लटकी देखी.मिली जानकारी के अनुसार बम यादव (उम्र करीब 58 वर्ष) नाम के व्यक्ति की लाश खेत के पास एक पेड़ से लटकी मिली. मृतक के साथ जीरवा मधेली वार्ड नं. 10 के ही महादेव यादव (ग्रामीण मेंटल चिकित्सक) का पुराना जमीन विवाद चल रहा था. लाश को इस तरह लटके देखकर ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा और उनलोगों ने जाकर महादेव यादव और उसके पुत्र विजय यादव की जम कर पिटाई कर दी.बताया जाता है कि घटना का कारण स्पस्ट भूमि विवाद है. मृतक बम यादव का मूलघर सिंहेश्वर थानाक्षेत्र में मनहरा है जबकि उसका ससुराल जीरवा मधेली था. उसकेससुर की एक मात्र पुत्री से बम की शादी हुई थी और संपत्ति व जमीन पर अधिकार जताते हुए वहीँ रहने लगा था. आरोपी महादेव यादव, विजय यादव से मृतक बम यादव काचचेरा साला-बहनोई का रिश्ता है. संपत्ति विवाद में पहले भी आपस में मारपीट हो चुकी थी. आज बम यादव की लाश पेड़ से लटकी मिली.मृतक के पुत्र मिथिलेश यादव के बयान पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. घटनास्थल पहुंचे मधेपुरा के एएसपी राजेश कुमार ने आरोपी महादेव यादव, उसके पुत्र विजय यादव और अनमोल यादव को गिरफ्तार
मधेपुरा जिले के शंकरपुर थानाक्षेत्र के जीरवा मधेली गाँव के लोगों के रोंगटे आज सुबह उस समय खड़े हो गए जब सुबह-सुबह ग्रामीणों ने एक पेड़ से गाँव के ही एक व्यक्ति की लाश लटकी देखी.मिली जानकारी के अनुसार बम यादव (उम्र करीब 58 वर्ष) नाम के व्यक्ति की लाश खेत के पास एक पेड़ से लटकी मिली. मृतक के साथ जीरवा मधेली वार्ड नं. 10 के ही महादेव यादव (ग्रामीण मेंटल चिकित्सक) का पुराना जमीन विवाद चल रहा था. लाश को इस तरह लटके देखकर ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा और उनलोगों ने जाकर महादेव यादव और उसके पुत्र विजय यादव की जम कर पिटाई कर दी.बताया जाता है कि घटना का कारण स्पस्ट भूमि विवाद है. मृतक बम यादव का मूलघर सिंहेश्वर थानाक्षेत्र में मनहरा है जबकि उसका ससुराल जीरवा मधेली था. उसकेससुर की एक मात्र पुत्री से बम की शादी हुई थी और संपत्ति व जमीन पर अधिकार जताते हुए वहीँ रहने लगा था. आरोपी महादेव यादव, विजय यादव से मृतक बम यादव काचचेरा साला-बहनोई का रिश्ता है. संपत्ति विवाद में पहले भी आपस में मारपीट हो चुकी थी. आज बम यादव की लाश पेड़ से लटकी मिली.मृतक के पुत्र मिथिलेश यादव के बयान पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. घटनास्थल पहुंचे मधेपुरा के एएसपी राजेश कुमार ने आरोपी महादेव यादव, उसके पुत्र विजय यादव और अनमोल यादव को गिरफ्तार

ब्रेक-अप कैसे करें?

Relationship problems
यदि सम्बद्ध ख़त्म करने क फैसला आप है तो याद रहे कि ये केह देना आसान नहीं होगा। हम सभी उम्मीद करते हैं कि हमें जीवन में ये पल कभी न देखना पड़े। लेकिन जब सम्बन्ध ही दुःख क कारण बन जाएं तो ये फैसला लेना ही पड़ता है। ये टिप्स शायद आपकी मुश्किल को थोडा आसान बनाने में मददगार सिद्ध हों:
पहले से तैयारी कर लें। आप किन वजहों से सम्बन्ध ख़त्म कर रहे हैं ये खुद जान लें क्यूंकि ये आप को अपने साथी को सम्झना पड़ेगा। कारणों का चिंतन करना आपको इसके लिए तैयार तो करता ही है साथ ही साथ आपको अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करने का मौका भी देता है।
●          अगर सम्भव हो तो ये खबर खुद मिलकर देना बेहतर है, बजाय  फोन या मोबाइल सन्देश के। रिश्ते का अंत अगर मुलाकात और सही बातचीत के साथ हो तो अपनी ज़िन्दगी को इस रिश्ते के बाद सामान्य करना आसान हो जाता है।

प्रेस में सेक्स: कितना कुछ है सीखने के लिए, लेकिन कितना कम समय

सेक्स और प्रेस के इस भाग में हम बात करेंगे सेक्स से जुडी कुछ ख़ास ख़बरों के बारे में।
प्यार की यूनिवर्सिटी
भारत की एक यूनिवर्सिटी ने एक नया कोर्से शुरू करने की ठानी है जिसमे पढ़ाया जायेगा प्यार और समाज और संस्कारों पर उसके असर की। 'कोल्कता में पढ़िए प्यार' कोर्स शुरू किया है समाज शास्त्र डिपार्टमेंट ने। उनके अनुसार ये विषय उन विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है जो की गणित और भूतिक विज्ञान जैसे तकनीकी विषय पढ़ते हैं।  
"विद्यार्थी प्यार के बारे में क्लास में बैठकर जानकारी लेंगे, और यह उनके लिए बिलकुल नयी बात होगी", ऐसा स्कूल के एक प्रतिनिधि का कहना है। "अगर आप उन्हें कॉलेज के पहले साल में ही संरचनात्मक मानव-शास्त्र के बारे में पढ़ाएंगे, तो उन्हें ज़्यादा रुचि नहीं होगी।"
ये कोर्स प्यार के अलग-अलग रूपों की जानकारी देगा - जिसमे अपने भाई-बहन की तरफ प्यार, जानवरों से प्यार और कुछ खास चीज़ों के लिए प्यार - और अलग-अलग देशों में प्यार कैसे जताया जाता था और अलग-अलग युगों में प्यार कैसे जताया जाता है।

प्रेस में सेक्स: साइज़ का महत्व


;अध्यन से पता चला की महिलाओं को वाकई बड़े लिंग लुभाते है' जैसी हेडलाइंस ने पुरुषों के आत्मविश्वास को झंझोड़  कर रख दिया और सोचने पर मजबूर कर दिया की क्या उनकी महिला साथी उन्हें अब तक झूठ  बोल रही थी?

और अगर ये न्यूज़ वाकई सच है, तो केवल 5% पुरुष ही इस 'बड़े लिंग' की श्रेणी में अपनी जगह बनाते हैं, सचमुच काफी छोटी संख्या है।
तो आखिर 'बड़ा' कितना बड़ा है?
पहले की रिसर्च इस बात पर केन्द्रित थी की क्या महिलएं बड़े लिंग वाले पुरुषों की तलाश में रहती हैं। लेकिन इस नए अध्यन ने महिलाओं द्वारा अपने पुरुष साथी की अंगो को सहलाने की आदत पर प्रश्न खड़ा कर दिया।
महिलाओं को कंप्यूटर जनित तस्वीरों से पुरुषों के शरीर और लिंग के विभिन्न आकारों के आधार पर  आकर्षणता  के मापदंडों पर सवाल किये गए।

सोने की मुद्राएं बताती है आपके रिश्ते का हाल


कितने क़रीब हैं आप?Sleeping couple


आमने सामने, कमर से कमर मिलाकर या फिर से पीठ से लिपटकर? कैसे पसंद है आपको अपने साथी के साथ सोना? शोधकर्ताओं का मानना है क़ि आप दोनों के एक दुसरे के साथ सोने का तरीका बयां कर सकता है आपके रिश्ते का सूरतेहालI 

एक काम के बोझ से भरे लम्बे दिन के बाद, थके-मांदे जब आप अपने पार्टनर की बग़ल में लेटते हैं तो आप :
(क) क्या उसकी बाहों में चिपटकर और अपने शरीर के अंगो को उसके अंगो से जकड़कर सुबह तक गहरी नींद में सोते है?
(ख) या फ़िर वो पहले से ही खर्राटे ले रहा होता है और आपके पास दीवार की ओर मुँह करके सोने के अलावा कोई  चारा नहीं रहता?
मुबारकें अगर आपका ज़वाब (क) है क्यूंकि इससे पता चलता है कि आप एक प्यार भरी, गहरी नींद का मज़ा लेते है I लेकिन अगर आपने (ख) भी कहा है तो भी आपको चिंता करने की कोई ज़रुरत नहीं है I ब्रिटेन में करे गए एक अध्यन में पाया कि एक दुसरे की ओर पीठ कर के सोना बहुत ही आम बात है और करीब 42 प्रतिशत जोड़े ऐसे है जो इस तरह से सोना पसंद करते है I
प्रोफ़ेसर रिचर्ड वाइजमैन, जो निद्रावस्था और सपनो के विज्ञान की दुनिया के एक जानेमाने विशेषज्ञ है, कहते है क़ि यह अपनी तरह की पहली शोध है जिसमे जोड़ो के सोने के तरीको का इतना बारीकी से अध्ययन किया गया है I एक हज़ार लोगों से यह विवरण करने को कहा गया क़ि वो अपने पार्टनर के साथ किस तरह से सोना पसंद करते है I शोध में हिस्से लेने आये लोगों से अपने रिश्ते का मूल्यांकन करने को भी कहा गया I उसके बाद शोधकर्ताओं ने इस बात की विस्तृत जानकारी इकट्ठी करी क़ि जोड़े एक दुसरे से कितना चिपट कर सोते हैं और रात भर में एक दुसरे से कितनी बार संपर्क में आते है I
एक ही तरफ मुँह कर के सोना, जिसे स्पूनिंग भी कहते है, दूसरी सबसे लोकप्रिय निद्रावस्था थी जिसे तीन में से एक जोड़े की पहली पसंद थी I अजीब बात यह है कि सबसे निचले पायदान पर रही एक दुसरे की तरफ़ मुँह कर के सोने की मुद्रा, जिसे पांच से भी कम प्रतिशत लोगों ने पसंद किया I
जो जोड़े एक दुसरे की ओर पीठ कर के सोते है, उनके लिए और भी बढ़िया ख़बर यह है कि एक दूसरे की और मुँह करके सोना, आपके रिश्ते की गुणवत्ता के बारे में कुछ ख़ास उजागर करे ऐसा कतई ज़रुरी नहीं है I लेकिन, अगर आप एक दूसरे के क़रीब लेटते हैं और रात एक दूसरे से स्पर्श करते हुए गुज़ारते है तो यह इस बात का सूचक है कि आप दोनों का रिश्ता वाक़ई शानदार है I