प्रेस में सेक्स: कितना कुछ है सीखने के लिए, लेकिन कितना कम समय

सेक्स और प्रेस के इस भाग में हम बात करेंगे सेक्स से जुडी कुछ ख़ास ख़बरों के बारे में।
प्यार की यूनिवर्सिटी
भारत की एक यूनिवर्सिटी ने एक नया कोर्से शुरू करने की ठानी है जिसमे पढ़ाया जायेगा प्यार और समाज और संस्कारों पर उसके असर की। 'कोल्कता में पढ़िए प्यार' कोर्स शुरू किया है समाज शास्त्र डिपार्टमेंट ने। उनके अनुसार ये विषय उन विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है जो की गणित और भूतिक विज्ञान जैसे तकनीकी विषय पढ़ते हैं।  
"विद्यार्थी प्यार के बारे में क्लास में बैठकर जानकारी लेंगे, और यह उनके लिए बिलकुल नयी बात होगी", ऐसा स्कूल के एक प्रतिनिधि का कहना है। "अगर आप उन्हें कॉलेज के पहले साल में ही संरचनात्मक मानव-शास्त्र के बारे में पढ़ाएंगे, तो उन्हें ज़्यादा रुचि नहीं होगी।"
ये कोर्स प्यार के अलग-अलग रूपों की जानकारी देगा - जिसमे अपने भाई-बहन की तरफ प्यार, जानवरों से प्यार और कुछ खास चीज़ों के लिए प्यार - और अलग-अलग देशों में प्यार कैसे जताया जाता था और अलग-अलग युगों में प्यार कैसे जताया जाता है।

भारत में बढ़ते सेक्स जुर्म को देखकर शायद इस कोर्स का नाम बदल कर रख देना चाहिए 'रेप सही नहीं'
ओर्गास्म अकादेमी
"एक जवान लाल रंगे बालों वाला लड़का सामने की टेबल पर लेता हुआ था, अपने पैर फैलाये, और ज़ोर से सांस लेते हुए। "मैं बहुत सारे चिकनाई पदार्थ का इस्तेमाल करता हूँ, ऐसा निकोल डेदों का कहना है, जो की 'वन टेस्ट' की संस्थापक हैं। और वहां होती हैं ओर्गास्म चिंतन कक्षाओं के बारे में।  
संस्थापक एक टाइट काले कपडे पहने हुए पैर खोलती है अपनी स्वयंसेवी के भागोष्टि का। "देखो उसका भग-शीशन कितना सूजा हुआ है पहले से ही!' वो अपनी कक्षा में चिलाती हुए कहती हैं। स्तर लोग यह देखने के लिए बिलकुल करीब आ गए। अब हम देखने वाले हैं ओर्गास्म चिंतन का सीधा प्रदर्शन, जो है 'सेक्स की प्रैक्टिस
इस चिंतन से आप अपनी महिला साथी को 15 मिनट में सिर्फ भग-शीशन उँगलियों के सहलाने से ओर्गास्म दे सकते हैं। ऐसा कहना है देदोने का जिन्होंने 'स्स्लो सेक्स (धीरे सेक्स) नाम की नियम पुस्तिका लिखी है।
ये ऐसे काम करता है: पूरे कपडे पहने हुए भी, हलके से भाग्शीशन के ऊपर के हिस्से को सहलाया जाता है। ये वो जगह होती है जहाँ मानव शरीर की सबसे ज्यादा नसें एक साथ होती हैं। 'वन टेस्ट' का मानना है की उन्होंने  भग-शीशन की भावनात्मक रेफलेक्सोलोजी का ढांचा बना लिया है।  
'वन टेस्ट' उन सभी लोगों को जो उनकी कक्षाओं में भाग लेते हैं उनके साथ कुछ अपने द्वारा करी गए प्रशिक्षण के परिणाम में बांटते हैं। उनकी कक्षाओं में जवान लड़के और लड़कियों के अलावा बड़ी उम्र के लोग भी आते हैं।
डैडोने फिर स्वयंसेवी के भग-शीशन को सहलाती हैं और उसको अपनी भावनाएं ज़ाहिर करने के लिए कहती है। "मेरी छाती में गर्माहट महसूस हो रही है"..."मेरे दिमाग में जैसे कोई एहसास गूँज रहा है"...मेरी योनि में गुदगुदी हो रही है!" भग-शीशन और ओर्गास्म की इस कक्षा से रिपोर्टर को पूरी तरह इस पर विश्वास नहीं हुआ। लेकिन वो फिर किसी दूसरे दिन ये कोशिश के लिए तैयार थी जिसमे प्रेमी युगल भाग लेंगे।
सेक्स प्रोग्राम
बहुत ज़्यादा प्रचलित ब्रिटिश टीवी शो 'सेक्स बॉक्स' एक ऐसा शो है जिसमे इस बात की शिक्षा दी जाती है की लोग कैसे अपने बेडरूम की बातें ज़्यादा खुल कर कर सकते हैं। सेट-अप इस तरह का है: एक युगल एक नीजि एक कमरे के घर में सेक्स करते हैं और उसके बाद सेक्स एक्सपर्ट्स के साथ सीधे बात करने पहुचते हैं। इस प्रोग्राम का मकसद तो ठीक ही लगता है: "पोर्नोग्राफी की दुनिया को झुटलाते हुए सेक्स का सच्चा सच दिखाना, सेक्स कायदों की बातें करना और युगलों को उनकी सेक्स जीवनी मज़ेदार बनाये रखने में मदद करना। इस प्रोग्राम के निरीक्षकों का कहना है: "इस प्रोग्राम में मज़ाक, सच्चाई, बोरियत, मज़ा - सेक्स के हर पहलु को सामने लाया गया है। एक दूसरे निरीक्षक का कहना है "इस से ज़्यादा कामुक और क्या होगा?"
लेकिन इस शो का जो मकसद था की लोग खुल कर अपने बेडरूम सेक्स की बात करेंगे वो हुआ नहीं - क्यूंकि सेक्स क्रिया को बहुत नीजि मानते हैं। परिणाम यह था की जिन लोगों ने इसमें भाग लिया वो अजीब भी लग रहे थे और घबराये हुए भी।
लगता है इस प्रोग्राम के निर्माता को अभी बहुत कुछ सीखने की ज़रूरत है। लेकिन ज़रूरत आखिर किसे नहीं?