-शरीर पर धारण की हुई चमड़े की वस्तुएं उतार दें ।
- मंदिर के प्रांगणमें जूते-चप्पल पहनकर न जाएं उन्हें मंदिर के बाहर ही उतारें। मंदिर के प्रांगण अथवा देवालय के बाहर जूते-चप्पल उतारने ही पड़े, तो देवता की दाहिनी ओर उतारें।
- मंदिर में व्यवस्था हो, तो पैर धो लें।
- हाथमें जल लेकर अपवित्र: पवित्रो:, ऐसा तीन बार बोलते हुए अपने संपूर्ण शरीरपर तीन बार जल छिडकें ।
- मंदिर में जाएं तो सिर जरूर ढकें। दर्शन के लिए जाते समय पुरुष भक्तजनोंको टोपी तथा स्त्रीभक्तोंको पल्लूसे अपने सिरको ढकना चाहिए ।
- मंदिर के प्रवेशद्वार व गरुडध्वजको नमस्कार करें।
-भगवान के दर्शन हमेशा बैठकर करें