नए जोड़ों में झगड़े की 5 वजहें और उनका समाधान

नई-नई शादी के शुरुआती दौर में पति-पत्नी को एक-दूसरे की आदतें पता चलती हैं। कई बार यही आदतें झगड़े की वजह भी बनती हैं। नए जोड़ों में बहस के कुछ मुख्य कारण और समाधान यहां दिए जा रहे हैं:
 
1) सिंगल रहने की आदत
शादी के तुरंत बाद खुद को बदलना मुश्किल होता है। दोस्तों के साथ वक्त बिताना, उनके साथ कॉफी का प्लान बनाना या फिर फिल्म देखने निकल जाना। ये आदतें अगर शादी के बाद भी जारी हैं, तो इससे झगड़ा बढ़ना तय है। 

सुझाव: एक-दूसरेके दोस्तों से घुले-मिलें। जब भी कोई प्लान बनाएं तो दोनों के दोस्तों के साथ। इससे आपके पार्टनर को कंफर्टेबल भी लगेगा।
 
2) डिफरेंट लाइफस्टाइल
 
शादी से पहले आप घर के कई कामों से दूर रहते थे, लेकिन शादी के बाद घर का राशन खरीदने जाना, बाई से काम करवाना, कपड़े धोना आदि काम खुद करने पड़ते हैं। शादी के बाद भी आपको लगता है कि वो काम आपके पार्टनर का है, जिससे लड़ाई की एक वजह यह भी बन जाती है। 
 
सुझाव: एक-दूसरे पर काम थोपने की जगह, बांट लें। दोनों को अपने काम पता होंगे तब दोनों में काम को लेकर बहस नहीं होगी। 
 
 
3) पैसा खर्च करने की आदत
शादी से पहले पैसा खर्च अलग सोच और तरीके से होता है। अगर एक पार्टनर ज्यादा खर्चीला हो तो भी लड़ाई, अगर कंजूस हो तो भी झगड़े। शॉपिंग, क्लबिंग, पार्टी, ट्रैवल, बाहर खाना.. यह सभी ऐसी बातें होती हैं जिन पर शादी से पहले खर्चा करते वक्त नहीं सोचा जाता, लेकिन शादी के बाद इन्हीं बातों की वजह से बजट पर असर पड़ता है। 
 
सुझाव: हर महीना शुरू होने से पहले बजट तैयार कर लें। फिजूल खर्चे पर रोक लगाएं। बजट बनाने से आर्थिक समस्या नहीं होगी। 
 
 
 
4) बच्चे की जिम्मेदारी
शादी के बाद कई पार्टनर्स चाहते हैं कि वह फैमिली जल्दी शुरू कर लें, लेकिन दूसरा पार्टनर इस बात के लिए राजी नहीं होता। वजह कई बार परिवार का दबाव होता है, तो कभी उम्र। न्यू कपल्स में यह बहस का विषय बन जाता है। 
 
सुझाव: बच्चे को जन्म देना और पालना आसान काम नहीं है। जब तक दोनों में से एक भी पार्टनर इस बात के लिए राजी नहीं होता, तब तक बच्चे का टॉपिक न छेड़ें। एक-दूसरे को पूरा वक्त दें। 
 
5) परस्पर संवाद की कमी
 
शुरुआती दौर में कपल्स एक-दूसरे की आदतें नापसंद होने के बावजूद इसके बारे में बात नहीं करते हैं, यह सोचकर कि फालतू बहस होगी। लेकिन यही सोच आगे चलकर बड़ी मुश्किल खड़ी कर देती है। जितना एक-दूसरे से कम बात कम करेंगे तो आगे और बड़ा झगड़ा होने की आशंका बढ़ेगी। 
सुझाव: एक-दूसरे की गलत आदतों को ढंकने की बजाय उसे शेयर करें। अपनी तरफ से यह सोच कर बैठ जाना कि यह अपने आप ठीक हो जाएगा, गलत है। इसलिए बात करें और हल निकालें।