एशिया में शादी को लेकर पारंपरिक धारणा तेजी से बदल रही है और अकेले रहने वालों की तादात तेजी से बढ़ रही है। अकेले रहने वालों में महिलाओं की संख्या ज्यादा है।
महिलाओं का कहना है कि पसंदीदा पार्टनर नहीं मिलने के कारण वे अकेले रहना पसंद कर रही हैं। साथ ही कुछ लोगों का यह भी कहना है कि शादी के बाद स्वतंत्रता छिन जाती है।
हांलाकि एशिया के अधिकतर हिस्सों में शादियां अभी भी आम है और लिव इन रिलेशनशिप में रहना बुरा माना जाता है।
जबकि यूरोपियन देशों में आधी शादी का अंत तलाक से होता है। और कुल पैदा हुए बच्चे में आधे बच्चे कुवांरी मां के बच्चे होते हैं।