नकली किन्नर बन कर रहे थे वसूली, असली ने देखा तो जमकर की धुनाई


जयपुर. किन्नरों का आतंक कम नहीं हो रहा, बल्कि लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार को जयपुर के कालवाड़ रोड पर गोविंदपुरा में किन्नरों ने ऐसा हंगामा खड़ा किया कि इलाके में दहशत हो गई। हुआ यूं कि गोविंदपुरा की प्रताप नगर कॉलोनी में गृह प्रवेश था। दो किन्नर आए और 10 हजार रुपए का नेग मांगा। मकान मालिक ने असमर्थता जताई और श्रद्धानुसार नेग लेने का आग्रह किया। किन्नरों ने हंगामा खड़ा कर दिया। लोगों को शर्मिंदा करने वाली हरकतें कीं।
 
इसी बीच कुछ लोगों को उन पर शक हुआ तो उन्होंने दोनों किन्नरों को पकड़ लिया। इसी बीच कुछ और किन्नर वहां आ गए। उन्होंने जनता द्वारा पकड़े गए दोनों किन्नरों को उनसे छुड़ाया और ताबड़तोड़ पिटाई शुरू कर दी। असली ने लोगों को बताया कि दोनों किन्नर नकली हैं। इसी बीच नागरिकों में से किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। दो सिपाही आए, लेकिन किन्नरों की फौज ने दोनों किन्नरों को उन्हें सौंपने से मना कर दिया। माहौल बहुत बिगड़ गया। 
 
बड़ी परेशानी : मुंहमांगा नेग, तय क्यों न हो?
 
कॉलोनी के मूलचंद शर्मा, योगेश शर्मा सहित लगभग हर व्यक्ति का कहना था- कोई भी शुभ कार्य हो, सबसे पहले बिन बुलाए यही मेहमान आते हैं। व्यक्ति की आर्थिक स्थिति स्पष्ट होने पर भी सोने के जेवर, महंगा कपड़ा और मोटी रकम की मांग करते हैं।
 
असमर्थता जताने पर छिछोरी हरकतें करते हैं। इनमें भी तय नहीं कि कहां-कौन किन्नर आएगा। एक के बाद एक किन्नर आते रहते हैं और खुद को असली दूसरे को नकली बताते हैं। 
 
आग्रह
 
किन्नर को नेग देना हमारी परंपरा है और हम देंगे भी, लेकिन नेग लेने की गुंडागर्दी बर्दाश्त कैसे करें? पुलिस-कानून, सरकार और अन्य जिम्मेदार इसके लिए क्या कर सकते हैं? इस सवाल पर जनता ने एकसुर में कहा- शुभ कार्य के मुताबिक उसका नेग तय होना चाहिए। किन्नरों की सूची क्षेत्र मुताबिक सार्वजनिक होनी चाहिए और अभद्रता पर उन्हें दंडित किया जाना चाहिए