उज्जैन। हमारी हथेली में थोड़े-थोड़े समय में कई रेखाएं बदलती
रहती हैं। जबकि कुछ खास रेखाएं ऐसी हैं, जिनमें अधिक बड़े बदलाव नहीं होते
हैं। इन महत्वपूर्ण रेखाओं में जीवन रेखा, भाग्य रेखा, हृदय रेखा, मणिबंध,
सूर्य रेखा, विवाह
और संतान रेखा शामिल हैं। हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार विवाह रेखा से किसी
भी व्यक्ति के विवाह और प्रेम प्रसंग पर विचार किया जाता है। विवाह रेखा के
पास ही संतान रेखाएं भी होती हैं।
कहां होती है विवाह रेखा
विवाह रेखा लिटिल फिंगर (सबसे छोटी उंगली) के नीचे वाले भाग में होती
है। इस क्षेत्र को बुध पर्वत कहते हैं। बुध पर्वत के अंत में कुछ आड़ी गहरी
रेखाएं होती हैं। यह विवाह रेखाएं कहलाती है। ये रेखाएं एक या एक से अधिक
भी हो सकती हैं।