उज्जैन। प्राचीन काल से ही स्त्रियों के लिए लंबे बाल रखने की
परंपरा चली आ रही है। आज भी बड़ी संख्या में महिलाएं इस परंपरा का पालन कर
रही हैं। आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि केवल महिलाओं को ही लंबे बाल रखने
चाहिए, लेकिन पुराने समय में पुरुष भी लंबे बाल रखते थे। लंबे बाल रखने के
पीछे कई धार्मिक और वैज्ञानिक कारण छिपे हुए हैं। ऐसा माना जाता है कि
पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मस्तिष्क अधिक संवेदनशील होता है। चोटी
रखने पर महिलाओं का मस्तिष्क नियंत्रित रहता है।
यहां जानिए कुछ और कारण जिनकी वजह से सिर पर चोटी रखना जरूरी है...
चोटी को कहते हैं शिखा
सिर पर बनी चोटी को शिखा भी कहते हैं। शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना
जाता है कि जिस प्रकार अग्नि के बिना हवन पूर्ण नहीं होता है, ठीक उसी
प्रकार चोटी या शिखा के बिना कोई भी धार्मिक कार्य पूर्ण नहीं हो सकता है।
पुराने समय से ही शिखा को ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक माना जाता है। साथ ही,
यह एक संकेत भी है। आज भी यदि कोई पुरुष शिखाधारी है तो उसे देखते ही
लोगों को यही लगता है कि वह वेदपाठी और धर्म-कर्म से संबंधित व्यक्ति है।
यह एक अनिवार्य परंपरा है, इससे व्यक्ति की बुद्धि नियंत्रित होती है।