कंप्यूटर पर काम करने वालों के लिए आ गई बड़ी काम की खबर,पढ़े जरुर!



(नास्‍दक:एसटीएक्‍स) हार्ड ड्राइव बनाने वाली ऐसी पहली कंपनी बन गई है, जिसने एक टेराबाइट (एक खरब बाइट) प्रति वर्ग इंच का
स्‍टोरेज घनत्‍व हासिल करने का मील का पत्‍थर छू लिया है। कंपनी ने एक ऐसी तकनीक का मुजाहरा किया है जो आज के हार्ड ड्राइव की तुलना में स्‍टोरेज क्षमता दोगुनी करने की गारंटी देता है। इसी दशक में यह तकनीक इस्‍तेमाल में आने लगेगी और इसके बाद 3.5 इंच हार्ड ड्राइव को अगले दस साल में 60 टेराबाइट तक की अति असाधारण क्षमता तक विस्‍तृत किया जा सकेगा। एक वर्ग इंच डिस्‍क स्‍पेस के भीतर इतने बाइट को समाना जितना आकाशगंगा में तारे हैं (यानी अनगिनत, कुछ विशेषज्ञ इनकी संख्‍या 200 से 400 अरब के बीच बताते हैं) नया मील का पत्‍थर है।


सीगेट इस ऐतिहासिक डेटा डेंसिटी तक हीट-असिस्‍टेड मैगनेटिक रिकॉर्डिंग (एचएएमआर) तकनीक की बदौलत पहुंची है। यह अगली पीढ़ी की रिकॉर्डिंग तकनीक है। मौजूदा हार्ड ड्राइव तकनीक, परपेंडिकुलर मैग्‍नेटिक रिकॉर्डिंग (पीएमआर) डेस्‍कटॉप या लैपटॉप कंप्‍यूटर से लेकर विशाल डेटा सेंटर तक में स्‍टोर्ड म्‍यूजिक, फोटो, वीडियो आदि डिजिटाइज्‍ड डेटा का स्‍पेक्‍ट्रम प्रत्‍येक हार्ड ड्राइव के अंदर मौजूद प्‍लैटर पर रिकॉर्ड करने के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है। पीएमआर तकनीक 2006 में पहली बार सामने आई थी। इससे पहले लॉन्‍गीट्यूडिनल रिकॉर्डिंग इस्‍तेमाल की जाती थी। यह तकनीक 1956 में कंप्‍यूटर स्‍टोरेज के लिए हार्ड ड्राइव के आने के वक्‍त से ही चलन में थी। इसके अगले कुछ साल में ही 1 टेराबाइट प्रति वर्ग इंच की आखिरी क्षमता तक पहुंच जाने की उम्‍मीद है।

सीगेट में मीडिया रिसर्च व डेवलपमेंट के प्रमुख व वरीय उपाध्‍यक्ष मार्क रे ने कहा, ‘सोशल मीडिया, सर्च इंजन, क्‍लाउड कंप्‍यूटिंग और मीडिया व ज्‍यादा डेटा स्‍टोरेज वाले तमाम अप्‍लीकेशंस की बदौलत डेटा स्‍टोरेज क्षमता की मांग आज जितनी बढ़ रही है, उतनी पहले कभी नहीं थी। एचएएमआर जैसे हार्ड डिस्‍क ड्राइव के क्षेत्र में अनूठी पहल से भविष्‍य में और ज्‍यादा डेटा की जरूरत वाले अप्‍लीकेशंस की स्‍टोरेज जरूरत को पूरा करेंगे। इस तरह दुनिया भर में उपभोक्‍ताओं व कारोबारियों को डिटिजल कंटेंट इस्‍तेमाल, प्रबंधन व स्‍टोर करने में मदद मिलेगी।’

एचएएमआर तकनीक का इसतेमाल कर सीगेट ने 20 लाख बाइट प्रति इंच का लीनियर बाइट डेंसिटी हासिल कर लिया है। कभी इसे नामुमकिन समझा जाता था। लेकिन अब 1 खरब बाइट या एक टेरा बाइट प्रति वर्ग इंच की क्षमता हासिल कर रही है। आज 3.5 इंच हार्ड ड्राइव की अधिकतम क्षमता 620 गीगा बाइट प्रति वर्ग इंच पर 3 टेराबइट (टीबी) तक है, जबकि 2.5 इंच ड्राइव अधिकतम 750 गीगा बाइट (जीबी) या मोटामोटी 500 गीगाबाइट प्रति वर्ग इंच है। एचएएमआर ड्राइव की पहली पीढ़ी मात्र एक टेराबइट प्रति वर्ग इंच पर इस क्षमता को सौ प्रतिशत तक बढ़ा देगी। यानी 3.5 इंच ड्राइव के लिए 6 टीबी और 2.5 इंच मॉडल के लिए 2 टीबी। यह तकनीक स्‍टोरेज क्षमता में वृद्धि का जो अवसर देती है, वह पहले असंभव था।

1 टेराबाइट प्रति वर्ग इंच का प्रदर्शन सीगेट के लिए उस लंबी सूची में एक नई कड़ी है जो सीगेट ने पहली बार की हैं, जैसे-

1980: एसटी-506, पहला हार्ड ड्राइव, 5.25 इंच पर। इतना छोटा कि शुरुआती छोटे कंप्‍यूटर में बड़े पैमाने पर इस्‍तमाल किया गया। 5 मेगाबाइट उ्राइव की कीमत 1500 डॉलर। 1992: पहला 7200 आरपीएम हार्ड ड्राइव, बाराकुडा® ड्राइव
1996: पहला 10000 आरपीएम हार्ड ड्राइव, चीता® ड्राइव
2000: पहला 15000 आरपीएम ड्राइव, एक और चीता ड्राइव
2006: मोमेंटस® 5400.3 ड्राइव, 2.5 इंच लैपटॉप ड्राइव और परपपेंडीकुलर मैग्‍नेटिक रिकॉर्डिंग तकनीक से लैस दुनिया का पहला ड्राइव 
2007: मोमेंटस एफडीई (फुल डिस्‍क इन्‍क्रिप्‍शन) ड्राइव, सबसे पहला सेल्‍फ-एनक्रिप्टिंग हार्ड ड्राइव
2010: मोमेंटस एक्‍सटी ड्राइव, पहला सॉलिड स्‍टेट हाइब्रिड हार्ड ड्राइव
सीगेट ने एक टेराबाइट प्रति वर्ग इंच की उपलब्धि ब्‍लूमिंग्‍टन, मिनेसोटा और फ्रेमोंट, कैलिफोर्निया स्थित मीडिया रिसर्च व डेवलपमेंट सेंटर में हासिल की।