दवा की बढ़ती घटती खुराक से होने वाली घटनाओं को कम करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक ऐसा माइक्रोचिप लांच किया है जिससे माइक्रोचिप के जरिए मरीज को दवा की खुराक दी जाएगी।



यह माइक्रोचिप मरीज को उतनी ही मात्रा में दवा देगी जितनी मरीज के शरीर को आवश्यकता होगी। इस माइक्रोचिप से कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। इस माइक्रोचिप को मरीजों की तवचा के नीचे लगाया जाएगा। साथ ही इस माइक्रोचिप का उपयोग ऑस्टियोपोरोसिस नामक बिमारी में किया जा रहकहै।

माइक्रोचिप लगा यह उपकरण पांच सेंटीमीटर लंबा, तीन सेंटामीटर चौडा और एक सेंटीमीटर मोटा है। इसके भीतर इलेक्ट्रॉनिक्स लगे हैं जिसमें दवा एवं दवा के छोटे पैकेट को प्लैटिनम एवं टिटेनियम के छोटे पैकेट्स को रखा गया है।