अवाहदेवी.ग्रयोह गांव के मनोज कुमार को ट्यूबरक्लोसिस अवाहदेवी.(टीबी) की नई दवा
खोजने पर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में पोस्टर प्रजेंटेशन अवॉर्ड ऑफ एक्सीलेंस से नवाजा
गया है। युवा वैज्ञानिक मनोज कुमार पीयू में यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के
सीनियर फेलो हैं।
मनोज ने बताया कि उन्होंने टीबी की यह एक नई दवाई
खोजी है। यह दवा एक ओर जहां टीबी के माइक्रो वेक्टीरियर को मरीज की कोशिकाओं से
बाहर निकालेगी वहीं टीबी के लिए वेक्सीन का भी काम करेगी। उनका कहना है कि इस दवा
के अब तक खरगोश पर किए गए प्रयोग काफी सफल रहे हैं।
इस दवाई को
वेक्सीन के रूप में लिया जा सकता है। दवा लेने वाले को टीबी होने का खतरा नहीं रह
जाएगा। इस दवा का सेवन करने पर टीबी व्यक्ति के शरीर में इम्यूनिटी बढ़ेगी और टीबी
का वेक्टेरिया कोशिकाएं छोड़ बाहर निकल जाएगा।