32 साल के बाद मां की परछाई बन जाती है बेटी

 बेटी को मां की परझाई माना जाता है लेकिन जब वे अपनी उम्र के 32वें पड़ाव पर पहुंचती हैं तो उनके व्‍यवहार में अचानक परिवर्तन आता है। ज्यादातर अपनी मां की तरह व्यवहार करना शुरू कर देती हैं।यही नहीं महिलाएं अपने बच्चों से बात करते हुए उन्हीं मुहावरों या वाक्यांशों का इस्तेमाल करने लगती हैं जो उनकी मां ने बचपन में उनसे करती थी।

मां बच्‍चों को सुबह स्‍कूल भेजने के लिए बिस्‍तर पर जल्‍दी चली जाती थी ठीक वैसे ही उनकी बेटियां भी करने लगती हैं।

मनोविशेषज्ञ जूडी जेम्स कहती हैं कि महिलाएं इस बात को स्वीकार नहीं करती हैं कि उनका व्‍यवहार उनके माता-पिता से मिलता-जुलता है।

लेकिन आपके न चाहते हुए भी आपका अवचेतन मन उनसे बहुत कुछ सीख लेता है और आप भी अपने जीवन में वैसा ही व्यवहार करने लगते हैं।

वेबसाइट 'ईबे डॉट को डॉट यूके' ने एक हजार महिला-पुरुषों पर एक सर्वेक्षण किया था। लगभग 40 प्रतिशत महिलाएं स्वीकार करती हैं कि वे अपनी मां जैसी अभिव्यक्ति देती हैं।

एक चौथाई महिलाओं ने कहा कि वे अपने साथी से बातचीत में भी मां के वार्तालाप की कॉपी करती हैं।

कपड़ों के मामलों में भी उनकी पसंद बदल जाती है। एक चौथाई माताएं चुने हुए पसंदीदा 10 कपड़ों में से पहनने के लिए कपड़े चुनती हैं। जैसे की कभी उनकी मां करती थी।