राघोपुर (सुपौल), प्रखंडाधीन रामविशनपुर पंचायत स्थित छपकी गांव में मंगलवार की शाम अग्निदेव का तांडव चला और देखते ही देखते 26 परिवारों के लगभग पचास घर राख में तबदील हो गये। अगलगी की इस घटना में नकद, सैकड़ों मन अनाज, जेवर, कागजात, घरेलू उपयोग के सामान सहित 10 बकरियां जल कर राख हो गयी। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंडल टोला निवासी वीणा मंडल के मवेशी गोहाल के समीप जल रहे घूर से उड़ी चिंगारी के चपेट में आने से महेन्द्र मंडल, खुशी लाल, बोकू मंडल, गंगा राम मंडल, भुवनेश्वर मंडल, कौशल मंडल, सदानंद मंडल, सूरज मंडल, सत्यदेव मंडल, महेश्वर मंडल आदि के घर आग की भेंट चढ़ गये। वहीं लगभग दस मवेशियों की मौत एवं लाखों की सम्पत्ति अग्नि की भेंट चढ़ गयी। आग की लपटों पर ग्रामीण के प्रयास से घंटों बाद काबू पाया जा सका। देर से आने एवं घटना स्थल तक संकीर्ण रास्ता होने के कारण अग्निशमक गाड़ी नहीं पहुंच पायी। बीडीओ सह सीओ सुनील कुमार एवं राघोपुर पुलिस ने पीड़ितों को ढ़ाढ़स बंधाया एवं क्षति का जायजा लिया। बुधवार को बीडीओ ने राहत के रूप में दो हजार दौ सौ पचास रुपये नकद प्रति परिवार को दिया एवं शाम तक एक क्विंटल अनाज और दो मीटर पोलिथीन उपलब्ध कराये जाने का आश्वासन दिया। स्थानीय लोगों ने भी पीड़ितों को राहत दिये जाने की सूचना है।
BBC LIVE
Live Cricket
कम्पीटीशन कॉर्नर
बिहार से संबधित
सुपौल से संबंधित अन्य साइट्स
यात्रीयों की सूचि
ख़बरें यहाँ खोजें
Total Pageviews
Blog Archive
-
▼
2011
(152)
-
▼
April
(26)
- मै अपने माता पिता भाई पत्नी और पुत्र के साथ आज उपव...
- गूगल बाबा की जय
- तेरी खुशियों की खातिर....
- खरा सच
- मंडल विश्वविद्यालय का पटना में भी खुलेगा ब्रांच
- देश की सेवा कौन करे?
- फर्जी एलियन से बेवकूफ बनाया दुनियां को
- मताधिकार के लिये अधिक जागरूक दिखी महिलायें
- खाने में अगर प्याज न हो तो खाना स्वादिष्ट नहीं ...
- क्यों बॉयफ्रेंड को घर लाने से डरती हैं लड़कियां
- प्यार नहीं ज्यादातर लड़कियां देखती हैं जेब
- सिर्फ 52 प्रतिशत पुरूष जानते हैं शादी की सफलता का राज
- सीखिए मौके का फायदा उठाना
- जरूरत से ज्यादा चाह हमेशा दुख देती है
- दोस्त वही जो समय पर सावधान कर दे
- कब और क्यों नहीं सोना चाहिए?
- राघोपुर में अग्निदेव का प्रकोप, पचास घर खाक
- क्यों मर्द कभी बूढ़ा नहीं होता ?
- कोई पुरुष स्त्री के सामने कब हो जाता है बोना?
- 32 साल के बाद मां की परछाई बन जाती है बेटी
- भारत की जीत से दूर हुआ अमिताभ का भ्रम
- जीत का नशा अभी उतरेगा भी नही:रात भर जश्न में डूबा रहा
- शहर में नहीं है गाड़ियों के पार्किंग की व्यवस्था
- तुम बीबी की सुनो
- रविवार विशेष-कविता- बेटियां
- रविवार विशेष- कविता- दहेज़ एक सामाजिक बुराई
-
▼
April
(26)
About Me
इस सप्ताह मैं सबसे पढ़ी गई
Powered by Blogger.